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तंबाखू सेवन केल्याने शरीराला काय मिळते?
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Tambaku ha kuthe hi sahaj uplabdh hoto
Tya mule mansala tyachi savay lagtay
Aani tambaku sevan kelya mule sharirala ek faida hi hoto
* tambaku mule mansachi bhuk vadhte...
Pn tambaku ati sevan kelya ne tyache khop vaiiy dushparinam pn hotat
Tya mule mansala tyachi savay lagtay
Aani tambaku sevan kelya mule sharirala ek faida hi hoto
* tambaku mule mansachi bhuk vadhte...
Pn tambaku ati sevan kelya ne tyache khop vaiiy dushparinam pn hotat
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न्यूयार्क: क्या आप बिना धुएं वाले तंबाकू पदार्थ जैसे तंबाकू की पत्ती, खैनी, पान मसाला, जर्दा या गुटका आदि खाते हैं? तो आपके लिए यह चेतावनी है कि शोधकर्ताओं ने इन पदार्थो में कई ऐसे बैक्टीरिया की पहचान की है जो कैंसर, फेफड़े का संक्रमण, दस्त और उल्टी के खतरे को बढ़ाते हैं।
इस शोध में पाया गया कि इन चबाने वाले तंबाकू उत्पादों में बेसिलस लिचनीफरेमिस और बेसिलस प्यूमिलस नाम के बैक्टीरिया की प्रजाति पाई जाती है जो कि फेफड़ों के सूजन के साथ इसी तरह के अन्य संक्रमण का कारण है।
अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के नेशनल सेंटर फॉर टॉक्सीलॉजिकल रिसर्च के रिसर्च माइक्रोबायलॉजिस्ट स्टीवन फोले का कहना है, "इनमें पाई जानेवाली बैक्टीरिया की कुछ प्रजातियों की दस्त और उल्टी से संबंधित प्रकोप में एजेंट के रूप में पहचान की गई है। इसके अलावा ये एक धीमा जहर छोड़ते हैं जो बीमारी पैदा करता है।"
फोले आगे बताते हैं, "इनमें पाई जाने वाली बैक्टीरिया कैंसर का कारक है।"
शोधकर्ताओं ने बताया, "तंबाकू से निकोटीन को खून में पहुंचाने के लिए इसका सेवन करनेवाले इसे देर तक चबाते रहते हैं। इससे वे देर तक इसमें पाई जानेवाली बैक्टीरिया के संपर्क में रहते हैं, जिसके कारण कैंसर समेत विभिन्न रोगों का खतरा बढ़ जाता है।"
इससे पहले के शोध में पता चला है कि तंबाकू उत्पाद चबाने से फेफड़ों के वॉल्व में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
यह शोध एप्लाइड एंड एनवायरोनमेंटल माइक्रोबॉयोलाजी जर्नल में प्रकाशित किया गया है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इस शोध में पाया गया कि इन चबाने वाले तंबाकू उत्पादों में बेसिलस लिचनीफरेमिस और बेसिलस प्यूमिलस नाम के बैक्टीरिया की प्रजाति पाई जाती है जो कि फेफड़ों के सूजन के साथ इसी तरह के अन्य संक्रमण का कारण है।
अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के नेशनल सेंटर फॉर टॉक्सीलॉजिकल रिसर्च के रिसर्च माइक्रोबायलॉजिस्ट स्टीवन फोले का कहना है, "इनमें पाई जानेवाली बैक्टीरिया की कुछ प्रजातियों की दस्त और उल्टी से संबंधित प्रकोप में एजेंट के रूप में पहचान की गई है। इसके अलावा ये एक धीमा जहर छोड़ते हैं जो बीमारी पैदा करता है।"
फोले आगे बताते हैं, "इनमें पाई जाने वाली बैक्टीरिया कैंसर का कारक है।"
शोधकर्ताओं ने बताया, "तंबाकू से निकोटीन को खून में पहुंचाने के लिए इसका सेवन करनेवाले इसे देर तक चबाते रहते हैं। इससे वे देर तक इसमें पाई जानेवाली बैक्टीरिया के संपर्क में रहते हैं, जिसके कारण कैंसर समेत विभिन्न रोगों का खतरा बढ़ जाता है।"
इससे पहले के शोध में पता चला है कि तंबाकू उत्पाद चबाने से फेफड़ों के वॉल्व में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
यह शोध एप्लाइड एंड एनवायरोनमेंटल माइक्रोबॉयोलाजी जर्नल में प्रकाशित किया गया है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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तंबाखू सेवनाने शरीराला काहीही मिळत नाही. उलट, तंबाखूमध्ये अनेक हानिकारक रासायनिक पदार्थ असतात, जे शरीरासाठी अत्यंत घातक असतात.
तंबाखू सेवनाचे दुष्परिणाम:
- कर्करोग: तंबाखू सेवनाने तोंडाचा, फुफ्फुसाचा, अन्ननलिकेचा आणि इतर अनेक प्रकारच्या कर्करोगांचा धोका वाढतो. कॅन्सर रिसर्च यूके
- हृदयविकार: तंबाखू सेवनाने रक्तवाहिन्याBlock होतात, ज्यामुळे हृदयविकाराचा झटका येण्याची शक्यता वाढते. अमेरिकन हार्ट असोसिएशन
- श्वसनविकार: तंबाखू सेवनाने फुफ्फुसाचे आजार, जसे की COPD (Chronic Obstructive Pulmonary Disease) आणि श्वास घेण्यास त्रास होऊ शकतो. रोग नियंत्रण आणि प्रतिबंध केंद्र
- प्रजनन क्षमता कमी होणे: तंबाखू सेवनाने महिला आणि पुरुष दोघांमध्येही प्रजनन क्षमतेवर परिणाम होतो.
- रोगप्रतिकारशक्ती कमी होणे: तंबाखू सेवनाने शरीराची रोगप्रतिकारशक्ती कमी होते, त्यामुळे लवकर आजारी पडण्याची शक्यता असते.
तंबाखूचे व्यसन लागणे आरोग्यासाठी अत्यंत हानिकारक आहे. त्यामुळे, तंबाखूचे सेवन टाळणेच योग्य आहे.