व्यवसाय स्टार्टअप

स्टार्टअप म्हणजे काय?

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स्टार्टअप म्हणजे काय?

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स्टार्टअप का मतलब होता हैं नए विचारों के साथ किसी कार्य की शुरूआत करना. जी हाँ जब आप किसी भी व्यवसाय को किसी नए तरीके एवं विचारों के साथ शुरू करते हैं तो उसे स्टार्टअप कहते हैं. इसके लिए यह बिलकुल भी जरूरी नहीं है कि आपके पास वित्त होना आवश्यक है. ये आप बिना पैसों के भी शुरू कर सकते हैं. स्टार्टअप एक ऐसा प्लेटफॉर्म हैं जहाँ आप अपनी क्रिएटिविटी दिखा कर एक कार्य को शुरू करते हैं एवं लोगों को इससे अपनी ओर आकर्षित करते हैं.   बिना किसी निवेश किये आप कमा सकते हैं लाखों रूपये. कैसे ? यह जानने के लिए 

स्टार्टअप कैसे शुरू करें ? (How to Start Startup ?)

स्टार्टअप शुरू करने के लिए निम्न बातों का ध्यान रखना होगा –

नया आइडिया सोचें (Think New Idea) :- स्टार्टअप शुरू करने के लिए सबसे पहले एक नए विचार यानि आईडिया का होना आवश्यक है. अर्थात आपको क्या बनाना हैं यह आपको पहले सोचना होगा. इसे दुसरे शब्दों में कहें तो स्टार्टअप में किसी चीज का समाधान किसी नये तरीके से करना होता हैं तो उस समाधान का निर्माण करना ही स्टार्टअप की शुरूआत हैं. अपने स्टार्टअप का बाजार में आकार बढ़ाने के लिए यह आवश्यक है कि किसी बड़ी समस्या का समाधान बड़ी ही आसानी एवं नए तरीके से किया जाये. अतः आपको इसके बारे में पहले से विचारधारा सेट करनी होगी. हम नये आईडिया के साथ शुरू किये गए कुछ स्टार्टअप बिज़नस कंपनीज के उदहारण आपके सामने प्रस्तुत कर रहे हैं, आपकी इससे कुछ मदद हो सकती है –


1. ऑनलाइन शौपिंग कंपनी फ्लिप्कार्ट :- यह कंपनी एक स्टार्टअप ऑनलाइन शौपिंग कंपनी हैं. जिसने शौपिंग को एक अलग तरीके से करने की पहचान दी. और आज यह कंपनी हर दिन लाखों – करोड़ों की कमाई करती है. इसमें आप 


2. पेटीएम कैश पेमेंट कंपनी :- लोगों के कैश पेमेंट की सुविधा को आसान बनाने के लिए इस कंपनी को स्टार्ट किया गया और आज यह कंपनी पूरे देश में बहुत अधिक लोकप्रिय हो गई. इसे भी नए आईडिया के साथ शुरू किया गया था इसलिए यह भी एक स्टार्टअप कंपनी हैं.


3. ओला एवं उबर कैब कंपनी :- लोगों के परिवहन की परेशानी को कम करने के लिए ओला एवं उबर जैसी कंपनी स्टार्टआप के साथ बाजार में आई. और आज लाखों करोड़ों लोग इस कंपनी द्वारा दी जाने वाली सर्विस का उपयोग कर फायदा उठा रहे हैं. ओला के साथ व्यवसाय शुरू कर आप भी लाखों रूपये का फायदा उठा सकते हैं.


· स्टार्टअप बिज़नस की प्लानिंग करें एवं मॉडल तैयार करें (Planning for Startup Business) :- इस तरह से जब आपने भी अपने स्टार्टअप के लिए एक विचार या आईडिया सोच लिया हैं, तो अब बारी आती है इसकी प्लानिंग करने की. जी हां अब आपने जो सोचा हैं उसकी प्लानिंग कर लें, कि किस तरह से कार्य को किया जायेगा, किन – किन चीजों की आवश्यकता हो सकती है, किस क्षेत्र में कार्य करना है, किस तरह के ग्राहक इसके साथ जुड़ सकते हैं, क्या – क्या रिसोर्सेज होंगे एवं इससे ग्राहकों को कितना फायदा होगा, आदि इसी तरह की बहुत सी बातों को पॉइंट के आधार पर कहीं नोट कर लें और एक छोटा का मॉडल भी तैयार कर लें, ताकि आपको आगे इसे शुरू करने में आसानी हो.

जब आप कोई नया व्यवसाय शुरू कर रहे हैं तो क्या वह व्यवसाय एक स्टार्टअप व्यवसाय है या कोई अन्य व्यवसाय इसके बीच के अंतर को आप  समझ सकते हैं.



· मार्किट का एनालिसिस कर रिसर्च करें (Market Analysis) :- अपने स्टार्टअप बिज़नस को शुरू करने से पहले आपके लिए यह बहुत आवश्यक है कि आप पहले उसे खुद बहुत अच्छी तरीके से समझें, क्योंकि यह एक नया आईडिया हैं जिसे मार्किट में लाना एवं उसे सफल बनाना आवश्यक है. इसके लिए आप अपने स्टार्टअप व्यवसाय के लिए मार्किट का एनालिसिस कर रिसर्च करें कि इसके लिए आपको क्या – क्या आवश्यकताएं हो सकती हैं.


· बाजार में क्या मिसिंग है इसके बारे में सोचें (What’s Missing in the Market) :- आप अपने स्टार्टअप के लिए इसके बारे में सोच सकते हैं कि बाजार में क्या मिसिंग है. क्योकि यदि आप बाजार में मिसिंग चीजों को लेकर आप आएंगे, तो यह आपके स्टार्टअप के लिए बहुत ही लाभकारी होगा. यह एक तरह से लोगों की किसी समस्या का समाधान भी हो सकता है. अतः जब आप मार्किट में रिसर्च करेंगे तो आपको इस बात का पता लगेगा कि बाजार में क्या चीजें मिसिंग हैं, तो आप अपने स्टार्टअप में उस पर काम कर सकते हैं. फिर आपका बिज़नस खुद ब खुद ही सफल होने लगेगा.

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· स्टार्टअप के नाम का चयन करें (Choose Name of Startup) :- स्टार्टअप की पूरी रूपरेखा तैयार करने के साथ ही यह भी आवश्यक है कि आप अपने स्टार्टअप के लिए बहुत ही अच्छा नाम का चयन करें. जोकि आकर्षक एवं यूनिक दोनों हो. और यदि आप इसे आगे जाकर एक ब्रांड का रूप देना चाहते हैं तो फिर इसका नाम ऐसा होना चाहिए जोकि अर्थपूर्ण भी हो और लोगों को पसंद भी आयें.  


· टीम बनाएं (Make a Team) :- एक बार आपने अपने लिए एक अच्छे एवं नये विचार के साथ आपको क्या स्टार्टअप शुरू करना चाह रहे हैं इसके बारे में सोच लिया, तो उसके बाद आपके लिये आवश्यक है टीम का होना. क्योकि किसी भी इस तरह के कार्य को अकेले करना संभव नहीं है. अतः आप भी इस कार्य को करने के लिए टीम बनाना ना भूलें. किसी भी कंपनी का एक संस्थापक एवं एक सह- संस्थापक होता है, जो बिज़नस में होने वाले किसी भी उतार – चढ़ाव में बराबर का हिस्सेदार होता है. और इससे परेशानी को भी साझा किया जा सकता है. इसलिए आप टीम अवश्य बनाएं.


· टेक्नोलॉजी (Technology) :- आज का समय टेक्नोलॉजी का समय है. आपके स्टार्टअप के लिए आवश्यक है कि आप एवं आपकी टीम अच्छी टेक्नोलॉजी का भी विशेष ध्यान रखे. और अच्छी से अच्छी टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाएँ तो बेहतर होगा. क्योकि यदि गलत टेक्नोलॉजी का चयन किया गया तो आपका स्टार्टअप विफल भी हो सकता है. इसके लिए आप औरों से अच्छे विकल्प की सलाह ले सकते हैं. पर यह भी ध्यान रखें यदि आवश्यकता हो तभी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करें. जबरदस्ती इसे घुसाने की कोशिश बिलकुल भी ना करें.

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· मॉडल को टीम मेंबर एवं कुछ अन्य लोगों के साथ सांझा करें (Share Model with Team Members) :- जब आपने अपने स्टार्टअप बिज़नस की रूपरेखा पूरी तरह से तैयार कर ली, तो उसके बाद आप अपने टीम मेम्बेर्स के साथ मिलकर इसके बारे में पूरी जानकारी सांझा करें. ताकि यदि उसमें कोई कमी रह जाती हैं तो वे उस कमी को भरने में आपकी मदद कर सकेंगे. अतः जब उन्हें आपके स्टार्टअप से संबंधित सभी तरह की जानकारी प्राप्त होगी, तभी वे आपकी मदद कर पाएंगे इसलिए उन्हें आप अपने स्टार्टअप की जानकारी अच्छे से दें.


· फंडिंग (Funding) :- वैसे तो स्टार्टअप के लिए फंडिंग का होना आवश्यक नहीं है. क्योकि स्टार्टअप के लिए पैसे जुटाने पर प्राथमिकता नहीं दी जाती है बल्कि आपके इस व्यवसाय को किस तरह से बेहतर बनाया जा सकता है इस पर प्राथमिकता दी जाती है. इसमें आपको ज्यादा फंडिंग की भी आवश्यकता नहीं होती है. फिर भी बाजार में बहुत से ऐसे निवेशक हैं जो इसके लिए आपकी मदद कर सकते हैं, लेकिन उसके लिए भी आवश्यक है कि आपका स्टार्टअप एकदम यूनिक, गुणवत्तापूर्ण एवं नया होना चाहिए. हालाँकि एक स्टार्टअप में निवेश करने से पहले ध्यान रखने योग्य कुछ बातें होती हैं. जिसका आपको हमेशा ध्यान रखना होगा.


· अपने स्टार्टअप बिज़नस को रजिस्टर कराएँ (Register a Startup Business) :- आपका स्टार्टअप पूरी तरह से शुरू होने के लिए तैयार हो जाएँ तो उसके बाद आपको अपने स्टार्टअप बिज़नस को रजिस्टर करना है. इसके लिए आपको सारे कानूनी कार्य करने होंगे. कानूनी कार्य करने के लिए आप अगर किसी लीगल एडवाइजर की सलाह लें, तो आपके लिए अच्छा होगा.

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· अपने स्टार्टअप की लॉन्चिंग करें (Launch Startup) :- अब जब सारी तैयारी हो गई तो फिर बारी आती है अपने स्टार्टअप को लॉन्च करने की. जी हां अब आप अपने स्टार्टअप को लांच करें.


· मार्केटिंग करें (Marketing) :- ये किसी भी व्यवसाय के विकास का एक अभिन्न अंग है. अतः आप भी अगर यह चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोग आपके स्टार्टअप के साथ जुड़ें, तो उन तक आपके स्टार्टअप की विशेषताएं एवं लाभ पहुँचाने के लिए आवश्यक है कि आप अपने स्टार्टअप व्यवसाय की मार्केटिंग करें. लोगों को इसके बारे में बताएं कि आपके स्टार्टअप बिज़नस अन्य छोटे व्यवसाय से किस तरह अलग है, इसमें क्या नया है, क्या विशेष हैं एवं इससे क्या फायदा है आदि.  


· मेंटर होना भी आवश्यक है (Also be a Mentor) :- जब आप किसी बड़े कार्य को करते हैं तो उसके लिए एक मेंटर होना आवश्यक होता है. ताकि आपको यह एहसास हो कि आपके कंधे पर किसी का हाथ है, जो आपको हर कदम में साथ देगा. इसलिए आप किसी ऐसे इन्सान को चुन सकते हैं जो आपके बहुत करीब है और उन पर भरोसा कर सकते हैं.

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· अपने ग्राहकों को फॉलोअप करें (Follow up Your Customer) :- जब आपके स्टार्टअप बिज़नस के लिए ग्राहक आने लगेंगे तो आप उनकी पूरी तरह से मदद करें. उन्हें यदि आपकी सर्विस या प्रोडक्ट को खरीदने या इससे संबंधित किसी भी प्रकार की कोई परेशानी होती है, तो आप उनकी मदद करें. उन्हें फॉलोअप करें उनसे बात करें. एवं और लोगों को इससे जुड़ने के लिए कहें.


· यूजर संख्या में वृद्धि (Increase User) :- आपका बिज़नस शुरू होने के बाद आप टारगेट सेट करें कि आप यूजर संख्या को किस तरह से बढ़ाएंगे. इसके लिए आप शुरुआत में यह कर सकते हैं कि पहले आप 1000 यूजर को अपने साथ जोड़ें, और यह तभी होगा जब आपका स्टार्टअप बिज़नस उनकी जरुरतों को पूरा करेगा, साथ की उनका समय भी बचाएगा. जब आपका यह टारगेट पूरा हो जायेगा तब आप धीरे – धीरे अपने टारगेट को बढ़ाते जाइये. आप देखेंगे कि यह खुद ब खुद ही होने लगेगा.


· सफलता (Success) :- अंत में बारी आती है सफलता की. यह किसी भी बिज़नस के लिए बहुत ही अहम होती हैं. यदि ये नहीं तो आपके बिज़नस को कोई लाभ नहीं होगा. और कुछ समय बाद आप वापस उसी जगह में पहुँच जायेंगे जहाँ से आपने शुरुआत की थी. इसलिए आप अपने स्टार्टअप बिज़नस को सफल बनाने की पूरी कोशिश करें. आपका बिज़नस जब पूरी तरह से सेट हो जायेगा और लोगों को यह पसंद आने लगेगा, तो आपसे आपकी कामयाबी कोई भी कभी भी नहीं छीन सकेगा. इसलिए यह आवश्यक है.

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निष्कर्ष
(Conclusion)    

स्टार्टअप एक ऐसी कोशिश हैं जहाँ आप अपनी जितनी ज्यादा क्रिएटिविटी दिखायेंगे और लोगों को अपनी एवं अपने स्टार्टअप बिज़नस की ओर आकर्षित करेंगे उतना ही अधिक आपको सफलता मिलेगी. इसलिए आप अपने स्टार्टअप की शुरुआत करने में इन सभी बातों का विशेष ध्यान रखें. और इसके अनुसार ही अपने स्टार्टअप बिज़नस को शुरू करें.

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               सौरभ दिवटे
                CEO
कॉप्टरव्हीजन इन्फोकॉम प्रायव्हेट लिमिटेड
      ~ www.Qoptervzn.com ~

कंपनीचे बिजनेसेस -

www.ApnaSaman.com
ईकॉमर्स ( ऑनलाईन शॉपिंग वेबसाईट )

www.GrowthApple.com
सॉफ्टवेयर, एप्लिकेशन्स, वेबसाईट्स डेव्हलपमेंट आणि डिजिटल मार्केटिंग ची वेबसाईट

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वेब होस्टिंग, डोमेन, VPS च्या सेवा देणारी वेबसाईट

उत्तर लिहिले · 25/2/2020
कर्म · 8870
0

स्टार्टअप (Startup) म्हणजे काय?

स्टार्टअप म्हणजे एक नविन व्यवसाय किंवा कंपनी, जी साधारणपणे लहान असते आणि नुकतीच सुरू झालेली असते. स्टार्टअपचा मुख्य उद्देश जलद वाढ करणे आणि बाजारात नवीनता आणणे हा असतो.

स्टार्टअपची काही वैशिष्ट्ये:

  • नवीन कल्पना: स्टार्टअप्स नेहमी काहीतरी नवीन आणि उपयोगी कल्पनांवर आधारित असतात.
  • जलद वाढ: यांचा उद्देश कमी वेळेत मोठ्या प्रमाणात व्यवसाय वाढवणे असतो.
  • जोखीम: स्टार्टअपमध्ये यश मिळवण्याची शक्यता कमी असते, त्यामुळे यात जोखीम अधिक असते.
  • नवीन तंत्रज्ञान: अनेक स्टार्टअप्स नवीन तंत्रज्ञानाचा वापर करून आपले काम सोपे आणि प्रभावी बनवतात.
  • गुंतवणूक: स्टार्टअप्सला त्यांच्या व्यवसायासाठी गुंतवणूकदारांकडून (Investors) भांडवल (Funding) मिळवावे लागते.

थोडक्यात, स्टार्टअप म्हणजे कमी वेळेत जास्त वाढ करण्याची क्षमता असलेला नवीन व्यवसाय!

अधिक माहितीसाठी आपण खालील वेबसाईटला भेट देऊ शकता:

उत्तर लिहिले · 21/3/2025
कर्म · 2220

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