
व्यवसाय कल्पना
दिवाली एक ऐसा त्यौहार हैं, जिसके आते ही लोगों के मन में आनंद की लहर चलने लगती हैं. लोग कुछ समय पहले से अपने घर की साफ – सफाई एवं सजावट में लग जाते हैं. ऐसे में दिवाली में लोगों को घर की साफ़ सफाई से लेकर कपड़े, मिठाई, पकवान, दीये, रंगोली, पटाखे, लाइट आदि कई चीजों की आवश्यकता होती हैं. और इन चीजों की आवश्यकता अधिक होने की वजह से व्यवसाय के लिए अनेक अवसर भी खुल जाते हैं. यदि आप भी अतिरिक्त समय में पैसों की कमाई करने का मन बना रहे हैं, तो हमारा यह आर्टिकल आपके लिए विभिन्न बिज़नस के मौके लेकर आया हैं. जिसमें से आप अपने अनुसार किसी भी व्यवसाय को चुन कर उसे शुरू कर सकते हैं, और उससे कमाई कर अपने इस त्यौहार को अच्छे से मना सकते हैं.
1. सफाई एवं पेंट के लिए व्यक्ति की आवश्यकता के रूप में (Diwali Home Cleaning Services):- दिवाली ही एक ऐसा त्यौहार हैं जिसका सीजन आते ही लोगों के घरों में स्वच्छता का काम शुरू हो जाता हैं. ऐसे में उन्हें आवश्यकता होता हैं, कुछ ऐसे लोगों की जो उनके यहां साफ – सफाई एवं पेंट का काम कर सकें. ऐसे में यदि आप में इतनी क्षमता हैं कि आप इस कार्य को कर सकते हैं तो आपके लिए धन अर्जित करने का यह एक मौका हो सकता हैं. बड़े शहरों में तो कुछ ऐसी कंपनियां होती हैं जोकि कुछ लोगों को हायर करती हैं कि वे लोगों के घर में जाकर साफ – सफाई एवं पेंट का काम कर सकें. इसके लिए लोग उस कंपनी से सीधे संपर्क कर व्यक्ति को अपने घर बुला सकते हैं. तो यदि आप भी बड़े शहरों में रह रहे हैं तो आप उस कम्पनी के साथ जुड़कर यह काम कर सकते हैं. इसी तरह आप छोटे शहर में रहते हुए भी इस काम को कर सकते हैं लेकिन आप इसमें किसी कम्पनी के साथ न जुड़कर सीधे लोगों से संपर्क कर सकते हैं और उन्हें अपनी सभी जानकारी देकर काम शुरू कर सकते हैं. इस तरह से दिवाली के समय आप यह काम कर अच्छी कमाई कर सकते हैं.
1. कबाड़ का व्यवसाय (Recycling business):- दिवाली में लोग जब अपने घर की साफ – सफाई करते हैं, तो कई सारा सामान ऐसा होता हैं, जोकि उनके काम का नहीं होता हैं, जैसे न्यूज़पेपर, प्लास्टिक के कुछ सामान, कार्टून आदि इसी तरह की और भी चीजें, तो वे उसे कबाड़ में बेच देते हैं. इससे कबाड़ का व्यापार भी इन दिनों काफी लाभकारी होता हैं, यदि आप चाहे तो आप भी एक कबाड़ी वाले के रूप में बेहतर तरीके से व्यापार कर सकते हैं. इसके लिए पहले आपको उन कंपनियों या रिसाइकिलिंग यूनिट से बात करनी होगी, जो इस तरह के उत्पाद को खरीद कर उसे रिसाइकिल करते हैं. उसके बाद आपको उसके लिए फण्ड की प्लानिंग करनी होती हैं. फिर आपको लोगों के घर से पुराने कुछ समान जैसे पेपर, प्लास्टिक आदि लेकर उसके बदले में उन्हें कुछ दाम देना होता हैं. इसके पश्चात कंपनियां या रिसाइकिलिंग यूनिट आपसे वह सामान खरीद लेते हैं. जिसके लिए आपको अच्छे खासे पैसे भी दिए जाते हैं. अतः दिवाली के समय में यह व्यापार आपके लिये पैसे कमाने का बहुत अच्छा साधन हो सकता हैं.
1. नमकीन, पकवान एवं नास्ते के आइटम बेचने का व्यवसाय :- त्यौहार चाहे कोई भी हो उसमें तरह – तरह के पकवान एवं नास्ते के आइटम लोग अपने घर पर बनाते ही हैं. लेकिन आजकल की दौड़ भाग वाली जिन्दगी में लोगों के पास इतना वक्त नहीं होता है, कि वे घर पर इस तरह के उत्पाद बनाये. इसलिए वे अक्सर बाजार में कुछ लोगों को इसके लिए ऑर्डर देते हैं, जो उनके लिए यह बनाकर उन्हें बेच देते हैं. यदि आप भी पाक कला में माहिर हैं, तो फिर इन्तेजार किस बात हैं, आप भी लोगों से तरह – तरह के नमकीन, पकवान एवं नास्ते के आइटम जैसे कि चिक्की और लड्डू बनाने का व्यापार शुरू कर दिवाली में अतिरिक्त धन कमा सकते है. इसके लिए आप खास कर ऐसे परिवार की स्त्रियों से संपर्क कर सकते हैं, जोकि अधिकतर नौकरी करने वाली होती हैं. आप उनसे इसके लिए अपने अनुसार पैसे भी ले सकते हैं. दिवाली के समय इस व्यापार को करना मतलब आपकी अच्छी खासी कमाई होना हैं.
1. सजावटी आइटम्स बेचने का व्यवसाय ( Decorating Items Selling Business):- दिवाली पर लोग अपने घर की साज – सज्जा बहुत ही बेहतर तरीके से करते हैं. ऐसे में उन्हें कई सजावटी आइटम की जरुरत होती हैं, जैसे स्टीकर्स, विभिन्न तरह की झालर्स, तोरण या बंधनबार, विभिन्न तरह के लैंप, स्टार्स आदि और भी चीजें. आप इस तरह के आइटम्स की बिक्री कर पैसे कमा सकते हैं. इसके लिए आप इस तरह के आइटम घर में बना सकते हैं या फिर इसे किसी थोक दुकान से खरीदकर भी बेच सकते हैं. आज के समय में प्लास्टिक की कुछ झालर्स का उपयोग बंद हो गया हैं, ऐसे में यदि आप पेपर की झालर बनाकर या खरीदकर बेचते हैं, तो लोग इसे अवश्य खरीदेंगे. इसलिए यह बिज़नस आपके लिए बहुत अच्छा हो सकता हैं. इसके लिए आप अपने अनुसार कीमत निर्धारित कर सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे इसके लिए आप अपने प्रतिद्वंदी के बारे में भी पहले से अवश्य जान लें. अतः यह व्यवसाय दिवाली के समय आपकी मुनाफा कमाने में मदद कर सकता हैं.
1. रियल एस्टेट सलाहकार या एजेंट के रूप में (Real Estate Agent) :- दिवाली के त्यौहार के समय प्रॉपर्टी की बुकिंग बढ़ जाती हैं. यह अनुमान लगाया गया हैं कि लगभग 40 % रियल एस्टेट बुकिंग त्यौहार के मौसम में होती हैं. अगर आप अपने अतिरिक्त समय में कुछ धन एकत्र करने की योजना बना रहे हैं, तो यह आपके लिए एक अच्छा मौका हो सकता है. रियल एस्टेट सलाहकार या एजेंट बनने के लिए आपको बस टेलीफोन कनेक्शन और एक लैपटॉप या कंप्यूटर की आवश्यकता होती हैं. इसके बाद इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए आपको अपने क्षेत्र के कुछ बिल्डरों से संपर्क करना होता है. एक बार जब आप बिल्डर के साथ टाई – अप पूरा कर लेते हैं, तो आपको उस ग्राहक की तलाश करनी होती हैं, जो संपत्ति की खरीद करना चाहते हैं. अतः इस दिवाली आप इस व्यवसाय को कर अतिरिक्त पैसे की कमाई कर सकते हैं.
1. दिवाली गिफ्ट बास्केट्स या पैकिंग व्यवसाय (Gift Basket or Packing Business):- दिवाली के त्यौहार में लोग एक दूसरे को उपहार देते हैं. उपहार को यदि अच्छी पैकिंग के साथ अपने रिश्तेदारों और मेहमानों को दिया जाये, तो इससे लेने वाले व्यक्ति को तो अच्छा लगता ही हैं, साथ ही यह देखकर उपहार देने वाले के मन को भी ख़ुशी मिलती हैं. इसके लिए वे व्यक्ति उपहारों की पैकिंग कई बार बाजार से करवाते हैं. यदि आपको अच्छी तरह से पैकिंग करने का ज्ञान हैं, तो यह आपके लिए बेहतर अवसर हैं. इसके लिए आप लोगों से उपहारों की पैकिंग के लिए ऑर्डर ले सकते हैं, और उनके उपहारों की विभिन्न तरह की बास्केट्स या विभिन्न डिज़ाइन से पैकिंग कर सकते हैं, जोकि देखने में आकर्षक लगे और लोगों को पसंद भी आये. अतः आप इससे दिवाली के समय पैसे कमाने का जरिया बना सकते हैं.
1. पटाखे का व्यवसाय (Patake or crackers business):- पूरे देश भर में दिवाली के पर्व पर पटाखे खरीदे जाते हैं और लोगों द्वारा जलाये जाते हैं और खुशी से दीवाली मनाई जाती है. अब इस व्यापार में मुनाफा किस तरह से होता है आइए जानते हैं. मान लीजिए यदि कोई व्यापारी 100000 रूपये का पटाखा खरीदता है, तो उसे दिवाली के माहौल में लगभग 100000 रूपये की रकम पर 50% मुनाफा हो जाता है. मतलब एक लाख की रकम पर वह आराम से 50000 रूपये कमा लेता है. पटाखे का काम मुनाफे भरा है, तो जोखिम भरा भी है, क्योंकि भारत की केंद्र सरकार द्वारा पटाखों पर बैन लगा दिया जाता है, जिसकी वजह से पटाखे बेचना और खरीदना मुश्किल हो जाता है. दरअसल पूरे भारत में इतने पटाखे जलाए जाते हैं, कि प्रदूषण की मात्रा बेहद अधिक बढ़ जाती है. जिसकी वजह से देश की जनता को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ऐसे में इस बार केंद्र सरकार ने कदम उठाया है, कि लोगों को ग्रीन पटाखे जलाने चाहिए, लेकिन बाजार में ये आम पटाखों से कहीं हद तक महंगे बिक रहे हैं. बाजार में जिस आम फुलझड़ी की कीमत 100 रूपये है, वहीं ग्रीन पटाखों के तौर पर फुलझड़ी 500 रूपये की कीमत पर प्राप्त होती है. परंतु फिर भी इस व्यवसाय को करने से मुनाफा प्राप्त किया जा सकता है, क्योंकि जब पटाखे ही बाजार में मौजूद नहीं होंगे, तो त्योहार मनाने के लिए सभी ग्रीन पटाखे खरीदना पसंद करेंगे. ऐसे में आपको यानि पटाखे विक्रेता को अधिक मुनाफा प्राप्त हो सकता है.
1. पूजा के समान का व्यवसाय :- धर्म चाहे कोई भी हो त्योहार के समय परमात्मा की पूजा को सर्वप्रथम महत्व दिया जाता है. ऐसे में पूजा के समय जरूरत पड़ने वाली संपूर्ण सामग्री की खरीदारी बाजार से प्रत्येक व्यक्ति द्वारा की ही जाती है. अब इसका मुनाफ़ा पूजा के सामान को बेचने वाले व्यक्ति को स्वतः ही होता है. यह व्यापार आरंभ करना जितना आसान होता है उतना ही आसानी से चलाना भी होता है. मुख्य रूप से यह एक ऐसा व्यवसाय है जो पूरे वर्ष मुनाफा कमाने वाला साबित हो सकता है क्योंकि वर्ष भर में विभिन्न धर्मों में त्योहार आते जाते रहते हैं, जिनमें हवन व पूजन सामग्री की आवश्यकता पड़ती ही है. ऐसे में कोई भी व्यक्ति एक छोटी सी दुकान में भी और कम रकम के साथ इस व्यापार को शुरू करके आसानी से चला सकता है. यह एक ऐसा व्यापार है जिसमें कोई भी नुकसान या फिर क्षति नहीं होती है 12 महीने चलने वाला यह व्यापार सरल और अधिक मुनाफे वाला व्यापार है, जिसमें सभी उपभोक्ताओं की मांग के अनुसार सामान खरीदा और बेचा जा सकता है.
1. ड्राई फ्रूट्स बेचने एवं उसे डेकोरेट करने का व्यवसाय (Dry Fruit Gift Packing and selling) :- ड्राई फ्रूट्स ऐसे होते हैं जो हमारी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं और साथ ही व्यापारियों के लिए लाभकारी बिजनेस भी साबित होते हैं. आज के समय में बाजार में सबसे महंगे बिकने वाले ड्राई फ्रूट्स का बिजनेस बहुत जोरों पर है क्योंकि आज के समय में मिठाइयों से अधिक महत्वता ड्राई फ्रूट्स को दी जाती है. अब यदि कोई मिठाई भी बनानी हो तो बिना ड्राई फ्रूट के वह अधूरा स्वाद देती है, ऐसे में ड्राई फ्रूट खरीदना और उन्हें उन मिठाइयों में डालकर उन्हें स्वादिष्ट बनाना प्रत्येक घर में किया जाता है. शादी विवाह या फिर कोई छोटा सा त्यौहार या फिर घर में कोई छोटा उत्सव क्यों ना हो, घर में मिठाइयां बनाई जाती हैं और ड्राई फ्रूट्स का अत्यधिक इस्तेमाल किया जाता है. इसमें अधिक लागत के साथ आपको व्यवसाय आरंभ करने की जरूरत नहीं है आप थोड़ी लागत के साथ भी व्यवसाय आरंभ कर सकते हैं जिसमें आप अधिक मुनाफ़ा कम समय में ही कमा सकते हैं. यह ऐसी वस्तुएं होती हैं जो जल्दी खराब भी नहीं होती है. आप ड्राई फ्रूट्स को डेकोरेट करने का भी बिज़नस कर सकते हैं, जोकि त्योहारों या किसी के जन्मदिन, शादी की एनिवर्सरी या फिर कोई छोटे-मोटे उत्सव के लिए भी खरीदे जाते हैं जो बेहद आकर्षक और सस्ते होते हैं. इन सब चीजों का व्यापार करना व्यापारी के लिए आसान होता है और कम जगह पर भी वह इस व्यापार को सफल बना सकता है.
1. घर पर बनाये जाने वाले बेकरी, मिठाई एवं चॉकलेट सामान बेचने का व्यवसाय :- मिलावट का दौर इस कदर चल पड़ा है कि लोग खुद घर पर मिठाई बनाते हैं और उसे खाकर संतुष्टि प्राप्त करते हैं. आज के समय में घर-घर में बेकरी खोल दी गई है, जहां पर चॉकलेट या फिर अन्य वस्तुओं से बने सामान बनाए जाते हैं. यह सबसे आसान और सरल व्यवसाय है, जिसे करके आसानी से कोई भी व्यक्ति घर बैठे कम मेहनत में अच्छा मुनाफा प्राप्त कर सकता है. इसमें मात्र कुछ सामान की जरूरत होती है, जिसे आप थोक मार्केट से कम कीमत पर खरीद कर घर में ही अच्छी बेकरी खोल सकते हैं और अच्छे सामान बना सकते हैं. खाने की चीजें उनके अद्भुत स्वाद पर निर्भर करती हैं, यदि किसी व्यक्ति को आपके द्वारा बनाई मिठाईया चॉकलेट का स्वाद पसंद आ जाता है, तो वे सदैव के लिए आपका उपभोक्ता बन जाता है. ऐसे में आपका व्यवसाय दिन दुगनी रात चौगुनी तरक्की करता है, क्योंकि एक उपभोक्ता आपके स्वाद को चख कर दूसरे उपभोक्ता को आप से सामान खरीदने के लिए स्वयं ही निमंत्रण देता है. ऐसे में चॉकलेट और चॉकलेट से बनी मिठाइयों का व्यापार आपका कम समय में अधिक मुनाफा देने वाला व्यापार बन जाता है.
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फूलों की दूकान का व्यापार (Flower Shop Business) :- सजावट चाहे कितने भी प्रकार की कर ली जाए, लेकिन फूलों की सजावट का अपना एक अलग ही आकर्षक प्रभाव होता है. कोई छोटा त्यौहार हो या फिर शादी, हर उत्सव में फूलों को सर्वप्रथम महत्व दिया जाता है. ऐसे में यदि आप फूल माला का बिज़नेस करते हैं, तो आप कम कीमत पर अच्छा मुनाफ़ा कमा सकते हैं. जिसके लिए या तो आप किसी थोक विक्रेता से फूल ख़रीद सकते हैं अन्यथा स्वयं ही अपने बगीचे में फूल उगा कर उनका व्यापार कर सकते हैं. यदि आप थोक विक्रेता से फूल खरीदते हैं, तो आपको अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ेगी और यदि आप अपने बगीचे में ही फूलों का व्यापार करना चाहते हैं, तो उसके लिए आपको उन पौधों की देखरेख करनी होगी और समय-समय पर उनको पोषण भी देते रहना होगा, ताकि आप अच्छे फूलों से अच्छी मालाएँ बनाकर बेच सकें. यह सबसे आसान और सरल व्यापार है, जिससे आप कम लागत पर एक अच्छी रकम का मुनाफ़ा उचित समय पर प्राप्त कर सकते हैं.
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1. सजावटी लाइट्स का व्यवसाय (decoration light Business) :- त्योहारों का मौसम और घर दुकानों में चमचमाती लाइट ना हो तो त्यौहार फीके लगते हैं. त्योहारों की रौनक ही तब पता चलती है, जब घरों और दुकानों में लाइट की सजावट होने लगती है. त्योहारों का मौसम शुरू होते ही बाजारों में चहल-पहल शुरू हो जाती है, ऐसे में लोग अपने घरों की सजावट के लिए अलग-अलग तरह की और नई डिजाइन की लाइटे खरीदने के इच्छुक होते हैं. ऐसे में यदि आप आकर्षक लाइटों का व्यापार करते हैं, तो आप त्योहार के सीजन में एक अच्छा मुनाफा अपने नाम कर सकते हैं. आकर्षक लाइट खरीदने के लिए आप किसी भी थोक बाजार में जाकर अच्छी से अच्छी खरीदारी कर सकते हैं, ताकि आप उसमें एक आकर्षक मुनाफा कमा सके. इसके लिए जरूरी होता है, कि आपके पास एक छोटी सी दुकान अवश्य हो, जिसमें आप अपनी लाइटों की थोड़ी प्रदर्शनी लगा सके, ताकि ग्राहक आकर्षक होकर आपसे उन लाइटो को अवश्य खरीदें. एक बात जिसका आपको अवश्य ध्यान रखना चाहिए, वह यह है कि यदि आपकी लाइट आकर्षक होने के साथ-साथ टिकाऊ भी होंगी, तो आप की बिक्री अधिक होगी. ऐसे में एक उपभोक्ता स्वयं ही दूसरे उपभोक्ता को आपकी दुकान की तरफ खींच कर ले आएगा, जिससे आपके व्यवसाय में अपने आप ही बढ़ोतरी होने लगेगी.
1. दीये या मोमबती बनाने का व्यापार (Diya or candle Making Business) :- दीए का महत्व तो हमारे पुराणों में भी बहुत अधिक बताया गया है. किसी भी त्योहार और पर्व में दीयों या मोमबती को जलाना शुभ माना जाता है, ऐसे में हिंदू धर्म के अनुसार प्रत्येक हिंदू व्यक्तियों को यह खरीदना शुभ मान जाता है. यदि आप कोई ऐसा व्यापार ढूंढ रहे हैं, जो बहुत ही कम लागत में आरंभ किया जा सके, जिसे कहीं पर भी बैठ कर आप चला सकते हैं और अधिक मुनाफा कमा पाए, तो आप बिल्कुल भी ना सोचे और दीये या मोमबती बनाने का व्यापार कर सकते हैं. मिट्टी के बने हुए दीए कई आकार और कई डिजाइन में प्राप्त होते हैं, जिन्हें आप किसी भी दीए बनाने वाले व्यक्ति से खरीद सकते हैं या फिर एक ऐसे मिट्टी बाजार में जा सकते हैं, जहां पर थोक रेट पर आपको दियों की प्राप्ति हो जाए. थोक रेट पर लाकर यदि आप उचित दाम पर अपने दीए भेज पाते हैं, तो आप उन पर कम लागत में अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं. यह एक ऐसा सुगम व्यापार है, जिसे आप कहीं पर भी आरंभ कर सकते हैं.
1. रंगोली का व्यवसाय (Rangoli Business) :- रंग जीवन में ना हो तो जीवन बेरंग हो जाता है, ऐसे ही यदि किसी उत्सव व त्यौहार में रंगोली ना हो, तो वह त्यौहार बिल्कुल ही बेरंग नजर आता है. भारतीय संस्कृति में किसी भी त्योहार उत्सव पर रंगोली बनाना या फिर बनी बनाई रंगोली लाकर अपने घरों में लगाना शुभ माना जाता है और रंगोली को अत्यधिक महत्व भी दिया जाता है. ऐसा कहा जाता है कि रंगोली परमात्मा के उस अवतार से जुड़ी है जो परमात्मा को आपकी तरफ आकर्षित करती है. ऐसे में यदि आप रंगोली का व्यवसाय करना चाहते हैं, तो यह आपके लिए बेहद मुनाफे से साबित हो सकता है. कुछ रंगोली प्रिंटेड आती हैं, जिन्हें लाकर सिर्फ स्टीकर की तरह घर में चिपका दिया जाता है, वह बहुत ही सस्ती भी आती हैं और उचित कीमत पर बिक जाती हैं, जिसकी वजह से उनमें काफी मुनाफा हासिल कर सकते है. रंगोली बनाने के लिए बाजार में कई तरह के रंग भी उपलब्ध होते हैं, जो अधिक कीमत पर नहीं बल्कि बहुत कम कीमत पर आपको थोक मार्केट से मिल सकते हैं. यदि आप उन रंगों को लाकर अपने घर के आस-पास या किसी दुकान के आस पास बैठकर भी बेचे, तो आप उसमें कम लागत पर अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं
- ब्लॉगिंग (Blogging): तुम्हाला आवडणाऱ्या विषयावर लेखन करून तुम्ही ब्लॉगिंग करू शकता. उदाहरणार्थ, तंत्रज्ञान, पाककला, किंवा प्रवास.
- युट्युब चॅनल (YouTube Channel): विविध विषयांवर व्हिडिओ तयार करून तुम्ही युट्युब चॅनल सुरू करू शकता.
- वेब डेव्हलपमेंट (Web Development): वेबसाईट बनवण्याचे कौशल्य शिकून तुम्ही वेब डेव्हलपमेंट सर्व्हिसेस देऊ शकता.
- कंटेंट रायटिंग (Content Writing): तुम्ही विविध कंपन्यांसाठी किंवा वेबसाइट्ससाठी लेख लिहू शकता.
- ॲफिलिएट मार्केटिंग (Affiliate Marketing): इतर कंपन्यांच्या उत्पादनांची जाहिरात करून कमिशन मिळवू शकता.
- सोशल मीडिया मॅनेजमेंट (Social Media Management): कंपन्यांसाठी सोशल मीडिया अकाउंट्स व्यवस्थापित करू शकता.
- ऑनलाइन शिकवणी (Online Tutoring): तुम्हाला ज्या विषयात प्राविण्य आहे, ते विषय तुम्ही ऑनलाइन शिकवू शकता.
- ग्राफिक डिझाइन (Graphic Design): लोगो, पोस्टर्स, आणि इतर ग्राफिक्स डिझाइन करून तुम्ही पैसे कमवू शकता.
- ई-कॉमर्स स्टोअर (E-commerce Store): तुम्ही स्वतःची उत्पादने किंवा इतर उत्पादने ऑनलाइन विकू शकता.
व्यवसाय सुरू करण्यासाठी काही उपयोगी कल्पना:
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ऑनलाइन व्यवसाय:
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ई-कॉमर्स स्टोअर: तुम्ही स्वतःची वेबसाइट किंवा ॲमेझॉन, फ्लिपकार्ट सारख्या प्लॅटफॉर्मवर ऑनलाइन स्टोअर उघडू शकता. जिथे तुम्ही विविध उत्पादने विकू शकता.
- उदाहरण: हस्तकला, कपडे, पुस्तके, सौंदर्य उत्पादने.
- ड्रॉपशिपिंग: तुम्हाला वस्तूंचा साठा करण्याची गरज नाही. थेट उत्पादक तुमच्या ग्राहकांना वस्तू पाठवतो.
- ॲफिलिएट मार्केटिंग: तुम्ही इतर कंपन्यांच्या उत्पादनांची जाहिरात करून कमिशन मिळवू शकता.
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ई-कॉमर्स स्टोअर: तुम्ही स्वतःची वेबसाइट किंवा ॲमेझॉन, फ्लिपकार्ट सारख्या प्लॅटफॉर्मवर ऑनलाइन स्टोअर उघडू शकता. जिथे तुम्ही विविध उत्पादने विकू शकता.
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सेवा आधारित व्यवसाय:
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सोशल मीडिया मार्केटिंग: लहान व्यवसायांसाठी सोशल मीडिया व्यवस्थापन सेवा द्या.
- संदर्भ: अनेक लहान व्यवसायांना सोशल मीडियावर प्रभावीपणे उपस्थित राहण्यासाठी मदतीची गरज असते.
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कंटेंट रायटिंग: वेबसाइट्स आणि ब्लॉगसाठी लेख, ब्लॉग पोस्ट्स लिहा.
- संदर्भ: आजकाल प्रत्येकाला आपले विचार जगासमोर मांडायचे आहेत, त्यामुळे तुम्ही लेखन करून पैसे कमवू शकता.
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वेब डेव्हलपमेंट: वेबसाइट तयार करणे आणि त्यांची देखभाल करणे.
- संदर्भ: ऑनलाइन व्यवसायासाठी वेबसाईट आवश्यक आहे, त्यामुळे वेब डेव्हलपर्सची मागणी नेहमीच असते.
- इव्हेंट मॅनेजमेंट: छोटे कार्यक्रम आयोजित करणे (उदा. वाढदिवस, लहान समारंभ).
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सोशल मीडिया मार्केटिंग: लहान व्यवसायांसाठी सोशल मीडिया व्यवस्थापन सेवा द्या.
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उत्पादन आधारित व्यवसाय:
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घरगुती खाद्यपदार्थ: तुम्ही घरच्या घरी तयार केलेले खाद्यपदार्थ विकू शकता.
- उदाहरण: लोणचे, मसाले, स्नॅक्स.
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हस्तकला आणि कला: तुम्ही स्वतः बनवलेल्या वस्तू विकू शकता.
- उदाहरण: पेंटिंग्ज, ज्वेलरी, शोभेच्या वस्तू.
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घरगुती खाद्यपदार्थ: तुम्ही घरच्या घरी तयार केलेले खाद्यपदार्थ विकू शकता.
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शिक्षण आणि प्रशिक्षण:
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ऑनलाइन क्लासेस: विशिष्ट विषयात ऑनलाइन क्लासेस घ्या.
- उदाहरण: भाषा, संगीत, कला, शिक्षण.
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कौशल्य विकास प्रशिक्षण: लोकांना नवीन कौशल्ये शिकवा.
- उदाहरण: संगणक कौशल्ये, भाषा कौशल्ये.
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ऑनलाइन क्लासेस: विशिष्ट विषयात ऑनलाइन क्लासेस घ्या.
इतर कल्पना:
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ब्लॉगिंग: एखाद्या विशिष्ट विषयावर नियमितपणे लिहा आणि जाहिरातींद्वारे पैसे कमवा.
- संदर्भ: जर तुम्हाला एखाद्या विषयात आवड असेल, तर तुम्ही त्यावर ब्लॉग लिहू शकता.
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युट्यूब चॅनेल: व्हिडिओ तयार करून अपलोड करा आणि जाहिरातींद्वारे पैसे कमवा.
- संदर्भ: मनोरंजक आणि माहितीपूर्ण व्हिडिओ लोकांना आकर्षित करतात.
टीप: कोणताही व्यवसाय सुरू करण्यापूर्वी बाजाराचा अभ्यास करणे, योग्य योजना बनवणे आणि आवश्यक गुंतवणूक करणे महत्त्वाचे आहे.
पुण्यात एका तरुणाने एक छान व्यवसाय शोधून काढला होता. त्याचा एक मित्र श्रीमंत लोकांच्या घरी शोभीवंत पुष्पगुच्छ नेऊन देण्याची सेवा करत असे. तो स्वत:च्या घरी अतीशय कलात्मक पुष्पगुच्छ तयार करायचा आणि लोकांच्या घरी नेऊन द्यायचा. त्यांच्या दिवाणखान्यामध्ये तो पुष्पगुच्छ टेबलवर ठेवला की, घराची शोभा वाढे आणि या पुष्पुगुच्छाच्या सेवेबद्दल त्याला पैसे मिळत. पैसे किती मिळावेत हे गुच्छ बदलण्याच्या वेळेवर अवलंबून असे. काही लोकांना रोज नवा पुष्पगुच्छ लागे, काही जण आठवड्याला एक गुच्छ मागत. त्यानुसार त्याला कमी-जास्त पैसे मिळत असत. त्याचे अनुकरण करून त्याच्या एका मित्राने दिवाणखान्याची शोभा वाढविणारी पोस्टर्स पोचवायला सुरुवात केली. घरात एकच एक पोस्टर लावून तेच रोज बघून लोकांना कंटाळा येतो. तेव्हा या तरुणाने त्यांच्या घरातले पोस्टर बदलण्याचा व्यवसाय सुरू केला. त्यासाठी त्याला भांडवल काहीच लागले नाही, कारण तो एकाचे पोस्टर दुसर्याच्या घरी आणि दुसर्याचे पोस्टर तिसर्याच्या घरी असा बदल करत असे. सायकलवर टांग मारायची आणि पोस्टर बदलत रहायचे. साधारण १९७०-७२ साली घडलेली ही घटना आहे. त्याने ४० लोकांच्या घरात आठवड्याला एक पोस्टर बदलायचे ठरवले होते आणि त्या बदल्यात तो १५ रुपये घेत असे. म्हणजे दिवसामध्ये केवळ सात जणांच्या घरी पोस्टरची बदलाबदल करावी लागे आणि त्याला महिन्याला ६०० रुपये मिळत असत. त्या काळी तहसीलदारचा पगार ४५० रुपये होता. दुनिया झुकती है झुकानेवाला चाहिए असे म्हणतात ते काही चुकीचे नाही. सध्या महाराष्ट्रात आघाडीचे उद्योगपती म्हणून ज्यांचे नाव घेतले जाते ते डी.एस. कुलकर्णी आपल्या उमेदीच्या काळात टेलिस्मेल हा व्यवसाय करत असत. त्यात लोकांच्या घरी जाऊन त्यांच्या फोनचा रिसिव्हर पेट्रोलने स्वच्छ साफ करणे आणि जाताना त्यात अत्तराचा फाया ठेवून जाणे हाच तो व्यवसाय. त्यातूनच ते पुढे मोठे उद्योगपती झाले.
आता दिल्लीतल्या एका विद्यार्थ्याने गेले वर्षीच केलेला एक उद्योग किती चांगला आहे बघा. सध्याच्या शिक्षणामध्ये प्रॅक्टिकलला खूप महत्व आले आहे आणि आठवी, नववीच्या वर्गापासून ते अभियांत्रिकी महाविद्यालयातल्या विद्यार्थ्यांपर्यंत सर्वांनाच कधी तरी एखादा प्रोजेक्ट सादर करणे हे सक्तीचे झाले आहे. सध्या प्रोजेक्टचे नखरे ङ्गार वाढलेले आहेत. एखादा प्रोजेक्ट सादर करताना तो डी.टी.पी. करून सादर करावा लागतो. शिवाय त्यात काही चित्रे टाकावी लागतात. त्याचे उत्तम स्पायरल बायंडिंग करावे लागते. शिवाय त्याला सजवून, नटवून सादर करावे लागते. अनेकदा त्यात त्यात कसल्या कसल्या माहितीच्या झेरॉक्स प्रती जोडाव्या लागतात. ही सगळी कामे करताना विद्यार्थ्यांच्या नाकी नव येतात. ही कामे परीक्षा जवळ आल्यावरच केली जातात. आधीच परीक्षेचे टेन्शन, त्यात या कामाची घाई अशी परिस्थिती झाली की, विद्यार्थी थकून जातात आणि त्याचा त्यांच्या प्रकृतीवर परिणाम होतो. अशी सगळी ही कामे कोणी आयती करून दिली तर बरी वाटतात. ही संधी शोधून दिल्लीतल्या अजय नावाच्या एका तरुणाने सगळ्या प्रकारच्या विद्याशाखांचे प्रोजेक्ट तयार करून देणे हा व्यवसायच सुरू केला आहे. तसे तर डी.टी.पी. करणारे अनेक लोक अाहेत. सायबर कॅङ्गेतून माहिती काढता येते आणि ङ्गोटो सुद्धा काढता येतात. बायंडिंग करणारेही अनेक लोक आहेत. परंतु या प्रत्येक कामासाठी या चार दुकानांत ङ्गिरून विद्यार्थ्यांची दमणूक होते. मग ही मुले अजयकडे आपले काम सोपवतात. तो एका प्रोजेक्टमागे साधारण ५०० रुपये ते २००० हजार रुपये असा दर लावून त्याची ही सारी कामे करून देतो. त्यामुळे मुलांची पायपीट टळते. या कामाची त्याला एवढी सवय झालेली आहे की, तो आता विद्यार्थ्यांना प्रोजेक्टचे विषय सुद्धा सुचवायला लागला आहे आणि त्या विषयाची माहिती तोच मिळवून द्यायला लागला आहे. शैक्षणिक दृष्ट्या ही गोष्ट चूक आहे, परंतु त्याला अजयचा नाईलाज आहे. त्याला व्यवसाय मिळत आहे. त्याने एक कॉम्प्युटर, झेरॉक्स मशीन, इंटरनेट कनेक्शन, बायंडिंग वर्क असे सगळे एकत्र करून एक प्रोजेक्ट व्यवसायच सुरू केलेला आहे. अन्यथा बेकार राहिला असता तो अजय आता महिन्याला २५ ते ३० हजार रुपये कमावतो आणि त्याने आपल्या सोबतच तिघांना रोजगार उपलब्ध करून दिला आहे.
अभ्यासिका (Study Point) सुरू करण्यासाठी कल्पना:
- Location (ठिकाण):
- तालुक्याच्या मध्यवर्ती ठिकाणी जागा शोधा, जिथे विद्यार्थ्यांची आणि वाचकांची सोय असेल.
- बस स्टँड किंवा कॉलेजच्या जवळ जागा मिळाल्यास उत्तम.
- Facilities (सुविधा):
- शांत आणि आरामदायक वातावरण.
- Reading साठी चांगले टेबल आणि खुर्च्या.
- प्रत्येक विद्यार्थ्यासाठी स्वतंत्र प्रकाश व्यवस्था.
- Wi-Fi सुविधा.
- पिण्याच्या पाण्याची सोय.
- स्वच्छता आणि नियमित साफसफाई.
- शौचालयाची व्यवस्था.
- Generator किंवा Inverter ची सोय (लाइट गेल्यास).
- CCTV कॅमेरे (सुरक्षेसाठी).
- जागा आणि रचना:
- पुरेशी मोठी जागा असावी, ज्यामुळे जास्त विद्यार्थी बसू शकतील.
- वेगवेगळ्या Reading Rooms तयार करा, जसे की Group Study Room आणि Silent Study Room.
- कॉम्प्युटर आणि प्रिंटरची सोय ठेवा.
- पुस्तकं आणि इतर साहित्य:
- स्पर्धा परीक्षांची पुस्तके, वर्तमानपत्रे, मासिके आणि इतर शैक्षणिक साहित्य उपलब्ध ठेवा.
- विद्यार्थ्यांना आवश्यक नोट्स आणि Question Papers झेरॉक्स करण्याची सोय ठेवा.
लोकांना आकर्षित करण्यासाठी नावे:
- ज्ञानदीप अभ्यासिका
- विद्यार्थी अभ्यास केंद्र
- यशस्वी स्टडी पॉईंट
- ध्येयपूर्ती अभ्यासिका
- प्रगती शिक्षण केंद्र
- स्पंदन अभ्यासिका
- ज्ञानगंगा अभ्यासिका
- क्षितिज अभ्यासिका
- सृजन अभ्यासिका
- उत्कर्ष अभ्यासिका
टीप:
- तुम्ही तुमच्या स्थानिक गरजेनुसार आणि उपलब्धतेनुसार आणखी सुधारणा करू शकता.